Thursday, May 2, 2019

अतरंगी ख़्वाब

तुमसे जुड़ी हर बात मुझे अच्छी लगती है
ये तसव्वुर में तुम्हारे
डूबी कितनी ही महकी कलियाँ,
सँवारती हैं मेरे सारे अरमान दिल के
ये हरारत और ये शोखियाँ
सहेज लेती हैं मुझे अपने आग़ोश में
तुम...तुम्हारी मौजूदगी हर बार
मुझे ले जाती है एक अनोखे संसार में,
इस जहान से अलग वो सतरंगी दुनिया
जहाँ मेरे अतरंगी ख़्वाब साँसें लेते हैं,
कोई पहरा नहीं जहाँ,कोई ठहराव नहीं
बस मुहब्बत की रवानगी है
एहसासों की दीवानगी है,
मेरे तुम...
तुम्हें शायद न दिखा पाऊं कभी
वो सतरंगी दुनिया
जहाँ...
सिर्फ़ तुम्हारा ही राज चलता है
तुम ही तुम होते हो बस
हर एहसास हर जज़्बात में दिल के
तुम्हारी छुअन, तुम्हारी रूह की तासीर
मेरी रूह को कितनी ठंडक पहुँचाती है,
मैं नहीं दिखा पाऊंगी शायद तुम्हें कभी
ये सारे अनछुए अतरंगी ख़्वाब
पर...
जानते हो...
मेरा वजूद घुलने लगा है तुममें
तुम्हारा न होकर भी हर लम्हा होना
मुझे पूरा कर देता है हर बार...!

#मेरे_तुम

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