तुमको छू लेने भर की हसरत
रख देती है मरहम दिल पर
सहला देती है कितने लम्हे
तुम्हारे इंतजार के
सदियों की भटकन को
जैसे...
राह मिल जाती है पल भर में,
तुम्हारा होना भर ही काफ़ी है
मेरे हमनफ़स,
तुम्हारे होने के एहसास भर से
मैं कई जन्मों के भटकाव से
मुक्ति पा जाती हूँ...!
#मेरे_तुम
बहुत सुंदर कहा
ReplyDeleteबहुत सुंदर कहा
ReplyDeleteबहुत शुक्रिया
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